blog dhauladhar: blog dhauladhar: ग़ज़ल 'रगड़े
रगड़े।
**
बैठी असां समा:ह्णे रगड़े।
कितने होर लुआणे रगड़े।
**
सुर बणी नै मेरेयाँ गीतां दे।
गोआ दे नौंएं पुराणे रगड़े।
**
रगड़ेयाँ खाई मैं बड्डा होया
गाई गाई सुणाणे रगड़े।
**
तेरीयां गल्लां छुं:ह्यीं दीयां हह्लां।
हिक्का सुआड़ू बुहाणे रगड़े।
**
मसैं इन्हां दा मुल्ल चुका:ह्या।
मुफ्ते च नी गुआणे रगड़े।
**
कुछ रगड़े तां लहुएँ स:ग्गेयो।
मसांकड़ी तिक्क पुजाणे रगड़े।
**
ज्हादीयाँ जो कुण समझायै।
लगदा होर लुआणे रगड़े।
**
मुण्ड ऊखळीया दित्तेया ह्यीया।
मूह्लैं मूह्ल कुटाणे रगड़े।
**
रगड़े मैंह् तांईं छत्तर-छाईं।
छन्नी गास छुआणे रगड़े।
**
कुछ रगड़े सच्च बणी गै मेरे।
किं:ह्नयां फिरी झुठाणे रगड़े।
**
कई तां बैठय्यो इ बक़्ते फतूंह्णा।
सुण, बक़तें वी छू:हाणे रगड़े।
**
बा:हज्जी रगडें जिन्दड़ी सूनी।
जीणे 'यो होर सदाणे रगड़े।
**
मेरीया सोच्चा दा बतीरा सै:ह्यी।
ताज़े रोज मुंगाणे रगड़े।
**
गीत रगड़ेयाँ दे 'न गळघुट्टू।
"तेज्जैं" कु:जो सुणाणे रगड़े।
***
रगड़े।
**
बैठी असां समा:ह्णे रगड़े।
कितने होर लुआणे रगड़े।
**
सुर बणी नै मेरेयाँ गीतां दे।
गोआ दे नौंएं पुराणे रगड़े।
**
रगड़ेयाँ खाई मैं बड्डा होया
गाई गाई सुणाणे रगड़े।
**
तेरीयां गल्लां छुं:ह्यीं दीयां हह्लां।
हिक्का सुआड़ू बुहाणे रगड़े।
**
मसैं इन्हां दा मुल्ल चुका:ह्या।
मुफ्ते च नी गुआणे रगड़े।
**
कुछ रगड़े तां लहुएँ स:ग्गेयो।
मसांकड़ी तिक्क पुजाणे रगड़े।
**
ज्हादीयाँ जो कुण समझायै।
लगदा होर लुआणे रगड़े।
**
मुण्ड ऊखळीया दित्तेया ह्यीया।
मूह्लैं मूह्ल कुटाणे रगड़े।
**
रगड़े मैंह् तांईं छत्तर-छाईं।
छन्नी गास छुआणे रगड़े।
**
कुछ रगड़े सच्च बणी गै मेरे।
किं:ह्नयां फिरी झुठाणे रगड़े।
**
कई तां बैठय्यो इ बक़्ते फतूंह्णा।
सुण, बक़तें वी छू:हाणे रगड़े।
**
बा:हज्जी रगडें जिन्दड़ी सूनी।
जीणे 'यो होर सदाणे रगड़े।
**
मेरीया सोच्चा दा बतीरा सै:ह्यी।
ताज़े रोज मुंगाणे रगड़े।
**
गीत रगड़ेयाँ दे 'न गळघुट्टू।
"तेज्जैं" कु:जो सुणाणे रगड़े।
***
No comments:
Post a Comment